हर चेहरे मैं तेरा चेहरा ढूंढ रहा हूँ गली गली मैं बन बंजारा घूम रहा हूँ हर जरे मैं एक खुदाया, कहते हैं क्यों पूछो क्यूं हर पत्थर फिर चूम रहा हूँ गली गली मै बन बंजारा घूम रहा हूँ .......