मेरे गम की क्या हैं बातेतन्हा दिन हैं, तन्हा रातेंतुम को हर पल याद हैं करतेकैसे पर तुम को बतलातेआएगा वो एक दिन मिलनेदिल को हम ऐसे बहलातेतुम से ही हम बातें करतेखुद से जब भी हम बतियातेमोरे पंखुड़ी सुंदर मोहनदिल-ए-मन्दिर रोज सजाते
@ramtajogi
www.ramtajogi.com