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कुछ अमल भी ज़रूरी है , इबादत के लिए;.......
सिर्फ सजदा करने से, किसी को जन्नत नहीं मिलती !!.....
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04 Nov 2014
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"कोई तो बात है जिस पर ख़फ़ा है मुझसे वो,.....
राब्ता रखता है अब वास्ता नहीं रखता !".........
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04 Nov 2014
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"फिर वही दिल की गुज़ारिश,फिर वही उनका ग़ुरूर,.....
फिर वही उनकी शरारत , फिर वही मेरा कुसूर !".......
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04 Nov 2014
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कदर करनी है, तो जीतेजी करो,
जनाजा उठाते वक़्त तो नफरत करने वाले भी रो पड़ते है ।
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05 Nov 2014
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फुर्सत में करेंगे तुझसे हिसाब-ए-ज़िन्दगी;
अभी तो उलझे है खुद को सुलझाने में......
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05 Nov 2014
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